सर्दियों में बर्फबारी के चलते तीन माह तक बंद रहा रोहतांग दर्रा शुक्रवार से राहगीरों के लिए अधिकारिक तौर पर खोल दिया गया। दर्रा पैदल पार करने वालों की सुरक्षा के लिए लाहौल-स्पीति प्रशासन ने कोकसर और मढ़ी में बचाव चौकियां स्थापित कर दी हैं। सहायक आयुक्त अमर नेगी ने इसकी पुष्टि की है। हालांकि अभी दर्रे को यातायात के लिए बहाल नहीं किया जा सका है।
सहायक आयुक्त नेगी ने रोहतांग दर्रा से होकर आने-जाने वाले लोगों से मढ़ी और कोकसर में अपना नाम और पता दर्ज करवाने की अपील की है। चौकियों में हिमाचल पुलिस, स्वास्थ्य विभाग के अलावा मनाली स्थित अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान के सदस्य तैनात किए गए हैं, जिन्हें रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम देने का तजुर्बा है।
अटल टनल से आवाजाही बंद होने के बाद लोग मढ़ी और कोकसर में बचाव चौकियां स्थापित करने की मांग उठा रहे थे। सहायक आयुक्त अमर नेगी ने कहा कि खराब मौसम और बर्फबारी के बीच रोहतांग दर्रा पैदल पार न करें। गौर रहे कि कुछ दिनों बाद घाटी में कृषि कार्य शुरू होने वाला है। ऐसे में सर्दियों में कुल्लू गए जनजातीय क्षेत्र के लोग और नेपाल समेत बाहरी राज्यों के मजदूर घाटी की तरफ रुख करेंगे।